रिपोर्ट - मनोज जटिया। नीमच। कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में जमुनिया कला में व्यायाम शाला की जमीन पर अवैध कब्जा करने का मामला सामने आया है। जिसमे कलेक्टर दिनेश जैन को एक शिकायती आवेदन सौपते हुए। शिवसेना युवा सेना के जिला प्रमुख प्रार्थी कन्हैयालाल पिता बोतलाल निवासी ग्राम जमुनिया कला जिला नीमच म.प्र. का स्थाई निवासी हूँ तथा मुझ प्रार्थी के मालिकी स्वत्व, आधिपत्य व कब्जे की भूमि जिस पर मेरे द्वारा कई वर्ष से नवयुवक लोगों हेतु उनका भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक व्यायाम शाला को स्थापित किया गया था। जिसमे होने वाले समस्त व्यय को मुझ प्रार्थी ने वहन किया था किन्तु मेरे बाहर चले जाने पर उक्त व्यायाम शाला पर विजय पंवार पिता कचरूमल पंवार नि. ग्राम जमुनिया कला द्वारा उक्त व्यायाम शाला पर अवैध कब्जा कर उक्त व्यायाम शाला के सामान को हटाकर विक्रय कर दिया गया तथा अपनी दुकान स्थापित कर ली गई है। जिससे मुझे आर्थिक क्षति पहुची है तथा नवयवुको के भविष्य के साथ भी खिलवाड किया गया है। घटना के सम्बध मे मैने विभागो मे कई शिकायते प्रस्तुत की थी जिसके सम्बध मे दिनांक 19.7.2023 को श्रीमान तहसीलदार महोदय नीमच द्वारा एक पत्र जारी किया गया जिसमे पटवारी जॉच के आधार पर यह तथ्य सामने आया है कि उक्त भूमि शासकीय भूमि होकर ग्राम पंचायत शासकीय आबादी सर्वे क्रमांक 209 मे स्थित है। जिससे यह प्रतीत होता है कि उक्त भूमि मेरे मालिकी स्वत्व, आधिपत्य की स्थित है। उक्त कब्जे के सम्बंध मे श्रीमान तहसीलदार महोदय द्वारा पूर्व मे सरपंच महोदय को लिखित आदेश जारी कर अवगत कराया था व उसके बाद मुझ प्रार्थी ने सरपंच ग्राम पंचायत जमुनिया कला को भी लिखित में शिकायत प्रस्तुत की थी उसके बाद ही मुझ प्रार्थी को संरपच व सचिव द्वारा मुझे धमकाया जा रहा है तथा कहा जा रहा है कि तुझसे जो हो कर ले। में इस गांव का कलेक्टर हूँ। मै जो चाहूंगा वो होगा। सरपंच व मंत्री द्वारा गाँव की कई शासकीय भूमि को विक्रय कर खुर्द बुर्द कर दिया गया है तथा गाँव मे इनकी दादागिरी चरम पर है। जिसके द्वारा कब्जा किया जा रहा है वह मुझे धमका रहा है कि मै तुझे एस.सी.एस.टी. प्रकरण में फसवा दुगा अगर तुने अपनी शिकायतें वापस नही ली तो मुझे झूठे केस में फसाने की धमकी दी जा रही है। प्रार्थी एक समाज सेवी होकर तथा शिव सेना का जिला प्रमुख हैं। यदि मेरी ही सुनवाई नही हो पा रही है तो अन्य लोगो की सुनवाई कैसे होगी मैं प्रार्थी विगत 4 माह से परेशान हूँ तथा शासन-प्रशासन मेरी सुनवाई नही कर रहे है। आवेदन सदर प्रस्तुत कर निवेदन है कि जांच कर योग्य कार्यवाही की जाए।