चचोर। तहसील रामपुरा।। जिला नीमच।। मध्य प्रदेश।।राजनीति अपनी जगह है और अधिकारी और कर्मचारी अपनी जगह है जैसे-जैसे मध्य प्रदेश चुनाव पास आते जा रहे हैं।। वैसे-वैसे ग्रामीण इलाकों में । कुछ पार्टी विशेष के व्यक्ति सरकार को अपना अधिकार समझते हैं ।और कर्मचारियों और अधिकारियों को परेशान करते हैं ।उनसे लीगल कार्य तो करवाते हैं।। पर साथ-साथ जो नियम में नहीं है उस कार्य के लिए भी प्रेशर लगाया जाता है।। और अगर अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों द्वारा जो नियम में नहीं है वह कार्य नहीं किया जाता है।। तो सत्ताधारी पार्टी विशेष के कुछ व्यक्ति उन पर दबाव बनाते हैं ।।और उनका ट्रांसफर करवाने पर तुले होते हैं।। ऐसा षड्यंत्र आजकल हर एक जगह देखने को मिलता है ।।और ऐसा ही वाक्य चचोर में भी देखने को मिला है।। मैं नाम तो नहीं बयान कर सकता पर अगर जांच पड़ताल की जाए तो पता चलेगा कि कौन-कौन सत्ताधारी पार्टी विशेष के व्यक्ति हैं।। जो सत्ताधारी पार्टी को बदनाम करने पर तुले हुए हैं। जो व्यक्ति सत्ताधारी पार्टी को अपनी समझते हैं वह मात्र गिने-चुने लोग ही हैं ।।जिनकी वजह से चचोर में पार्टी बहुत कमजोर पकड़ रखती हैं ।,,,,,, चचोर,,,,, में एमपी और एमएलए को लगता होगा कि चचोर में पार्टी की बहुत जोर पकड़ है पर ऐसा नहीं है।। लगभग 20 से 25 बरस से इन्हीं 2,,4 लोगों ने पार्टी की कमान पकड़ रखी है जो दोनों तरफ से खाते हैं और पार्टी को हमेशा कमजोर करते आ रहे हैं,,,,,,,,,,,अपना काम चलता भाड़ में जाए जनता ,,,,,,,,वाली कहावत चरितार्थ हैं।उन चार पांच व्यक्ति विशेष के कारण और सत्ताधारी पार्टी को अपना पावर समझते हैं और सत्ताधारी सफेदपोश व्यक्ति सामने नहीं आते हैं और दूसरे के कंधे पर बंदूक रखकर शिकार करवाते हैं।और अधिकारी और कर्मचारियों को परेशान करने पर तुले हुए हैं।। अधिकारियों द्वारा गुलामी नहीं करने पर सीधा ट्रांसफर का पैंतरा अपनाते हैं,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, अधिकारी बड़े अधिकारी इस और ध्यान दें ।।ईमानदार राजस्व अधिकारियों का ट्रांसफर सत्ताधारियों के दबाव में आकर ना करें,,,।।।।।।।।।।।।।।।।।।। यही विनय धन्यवाद