श्री नरेंद्र जी नाहटा पहुंचे रामपुरा तहसील के बंदड़ा गांव में जहां ग्रामीणों द्वारा श्री नरेंद्र जी नाहटा का भव्य स्वागत किया।।27 अक्टू 2023।।,नरेंद्र जी नाहटा का जन संपर्क कार्यक्रम मध्य प्रदेश के रामपुरा तहसील के सभी ग्रामीण क्षेत्र, सालिया खेड़ी, देवरान, टोल खेड़ी, मोलकी, भुरावन, सोनडी, नाली, नाली माजरा, जोड़मी, थनेड ,लसूडिया, ईस्ट मुरार ,बड़ोदिया ,हरिपुरा , दुधलाई,में कांग्रेस की ओर से घोषित मनासा विधानसभा 228 के प्रत्याशी श्री नरेंद्र जी नाहटा का एकदिवसीय जनसंपर्क कार्यक्रम सफल रहा। कार्यक्रम दौर में माननीय श्रीनिवास जी डबकरा ईश्वर लाल जी मुजावदिया इकबाल भाई पठान मोहनलाल धनगर व अन्य सभी कार्यकर्ता साथ में मौजूद दिखे वही ग्रामीणों द्वारा। ढोल धमाके वह आतिशबाजी के साथ श्री नाहटा जी व सभी कार्यकर्ताओं का साफा बांधकर श्रीफल देकर स्वागत किया गया। श्री नाहटा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि जो भ्रष्टाचार इन 18 सालों में हुआ है वह कमलनाथ सरकार में आपको कहीं नहीं दिखाई देगा जो भ्रष्टाचारी हैं। उनको कभी बक्शा नहीं जाएगा ।हमेशा कांग्रेस आम जनता की सरकार रही है। और रहेगी। ग्रामीणों की जो भी मांग है। वह में कमलनाथ जी से मांग कर आपके बीच लाऊंगा और कमलनाथ सरकार आपके हाथ में है। इस बार कांग्रेस को लाओ। और इन भ्रष्टाचार्यों से मध्य प्रदेश को बचाओ। जब ग्रामीणों से हमने रुझान मांगा तो एक ही मांग उठी इस बार कमलनाथ सरकार,,सभी ग्रामीणों ने दिल खोलकर माननीय श्री नरेंद्र जी नाहटा का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत वंदन किया गया। उनसे पूछा गया कि कुछ साथी आपसे अभी भी नाराज जो अभी भी आपके साथ नहीं है तो उनका सरल जवाब मिला कुछ साथी कार्यकर्ताओं को पारिवारिक समस्या है जिस वजह से वह कांग्रेस कार्यालय उद्घाटन में नहीं आ पाए पर वह अगली बार सभी हमारे साथ नजर आएंगे।। पर जैसा कि हमें देखने को मिला है कि नरेंद्र जी नाहटा की मुश्किलें अब भी कम नही हुई है। क्योंकि इसका सीधा असर कांग्रेस दो गुटों में बटी हुई थी। जिनका मन मोटाव अब भी मनासा में कांग्रेस कार्यालय के उद्घाटन में और जनसंपर्क दौरे में देखने को मिल रहा है। जहां नाहटा गुट के सभी कार्यकर्ता साथ दिखे ।।वहीं डॉक्टर मंगैस संगई गुट के कार्यकर्ता जनसंपर्क दौर में नजर नहीं आ रहे हैं ।इससे साफ जाहिर होता है कि श्री नरेंद्र जी नाहटा की मुश्किलें अब भी कम नहीं हुई है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, चचोर से दशरथ माली की रिपोर्ट,