Neemuchhulchal (रिपोर्टर शंकर भाटी )✍️✍️ रामपुरा-नीमच- मामला 22 जनवरी का हैं जिस दिन पुरे भारतवर्ष में हर प्रान्त हर जिला शहर गांव गांव में हर मंदिर पर सरकार द्वारा श्री राम की अयोध्या आगमन ( प्राण प्रतिष्ठा ) को लेकर पूजा आरती अनेको धर्मिक उत्स्व मानाने का आह्वान किया गया था जिसके तहत देश में चारों तरफ खुशियां मनाई जा रही थी दीवाली मनाई जा रही थी वहीँ मध्य प्रदेश के नीमच जिला स्थित रामपुरा तहसील में मोहल्ला नानीचोटी स्थित मेवाड़ा माली समाज श्री जग मोहन भगवान के मंदिर में ताले लगे हुए थे, मिडिया कर्मी को सुचना मिली जिसके आधार पर वहा जा कर देखा तो दिन के 12 बजे जहा अयोध्या में श्री राम प्रभु की मंदिर में विराजमान किया जा रहा था उस समय उस मंदिर में ताले लगे हुए थे। मंदिर के पास में जो लोग रहते हैं उनसे पूछा गया तो पता चला मंदिर की अध्यक्षा ने मंडित को ताला खोलने से मना किया। जिन उन्ही के समाज के लोगो से पूछा गया तो बताया की अध्यक्षा ने मना किया हैं, जब खबर डाली गई तो अध्यक्षा श्री मति रीता माली ने पत्रकार को घर बुलाया ओर अपना पक्ष रखने की बात की ओर बोली की कल हमारी समाज के वरिष्ठ जानो से सलाह ले कर बताउंगी उसके बाद पत्रकार के पास उनके पति श्री राजेश माली का जो कुवैत में हैं उनका विडियो कॉल आता हैं ओर पत्रकार को समाके उन लोगो को गली गलौज किया जाता हैं जो अध्यक्षा के खिलाफ बाइट देते हैं। 24 जनवरी को जब पत्रकार द्वारा वापस अध्यक्षा से पूछा जाता हैं बाइट के लिए तो उसे ये कहा कर मना किया जाता है की अभी वरिष्ठ जनों से बात नहीं हुई जब होंगी तो आपको बुलालेंगे। बाद में इनकी समाज के ग्रुप में एक नोट टाइप कर के डाला जाता हैं की पत्रकार चंद रुपयों के लिए समाज के लोगो से मिल कर मुझे बदनाम कर रहा हैं उसे पत्रकारिता नहीं आती रूपये दे कर ख़रीदा हैं पत्रकार को, पत्रकार ने सिर्फ मदिर ना खुलने के कारण पूछे हैं ना की अध्यक्षा के मान सम्मान को ठेस पहुंचाई हैं, जो पत्रकार के दायरे में आता हैं वहीँ काम किया हैं, अध्यक्षा अपनी गलतियों को छुपाने के लिए पत्रकार शंकर भाटी पर रूपये ले कर बिकने का घिनोना इल्जाम लगाया है जिसके लिए पत्रकार की न्याय की गुहार लगाने हर उस जगह जाएगा जहा उसके सत्य को समझा जाए। एविडेंस के लिए पत्रकार का साथी पत्रकार पंकज प्रजापति भी साथ में मौजूद थे।