Neemuchhulchal ✍️????️ (रिपोर्टर हुकुम सिंह ) उमरिया- जिला मुख्यलय से दूर आदिवासी बहुल्य गांव टिकुरा पठारी पंचायत में खुलकर हो रहा भ्रेष्टाचार पंचायत के अधिकारी सचिव और सरपंच के मिली भगत पर चल रहा काम आप सभी को भलीभाती पता होगा की सरकार बालक बालिकाओं के लिय क्या क्या कदम उठाता है और इन बच्चों के हाथों में या तो पेंसिल और किताब होनी चाहिए या ये किसी मैदान में हंसते खेलते दिखने चाहिए. लेकिन गरीबी की ये मजबूरी है कि इन बच्चों को गांव में से इनके ही मां बाप ने बंध्धा में काम करने भेजा है. ये काम नहीं असल में एक तरह की ग़ुलामी है लेकिन यहां तो कुछ और ही चल रहा है देखिए पूरा मामला हाल ही में नारेगा (बंधधा) निर्माण का काम चल रहा है जिसमें जमकर अनियमित देखी गई! जिसमें लगभग कम उम्र के बालिका 13,14,15,16,,वर्ष तक के बालिका काम कर रहे हैं,नाबालिकों से नाम पूछा गया तो जिसमें काम करने वाले सतेंद्र,मदन,जसवंत बीरेंद्र,सरिता,बताया गया! पंचायत में लोगो के द्वारा सरपंच और सचिव के बारे में कोई जानकारी नहीं रहता। इस बात से यह साबित होता है कि काम राम भरोसे चल रहा हैं और नाबालिकों का जमकर शोषण किया जा रहा है। जबकि जिला प्रशासन कलेक्टर महोदय जिला पंचायत सीईओ और अन्य प्रशासन कई माध्यम से बाल मजदूर जैसे गंभीर मुद्दों के लिए समय-समय पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाता था है चाहे वह जन अभियान परिषद हो,या जनसेवा मित्र हो, या एनजीओ,हो या कोई संगठन हो सभी के द्वारा ऐसे कई अभियान चलाया जाता रहा है। और इस पंचायत में ऐसी किसी भी प्रकार की कोई जागरूकता नहीं है जब जानकारी लिया गया तो सचिव विजय सिंह बघेल और सरपंच बीना बाई सिंह कई दिनों तक साइड से गोल रहते हैं,रोजगार सहायक सुनील सिंह, वहां उपस्थित मजदूरों से जानकारी लिया गया। तो साफ-साफ बताया गया कि सभी अपने मां बाप के जगह पर काम करने आए है और यहां कोई नाबालिक काम नहीं करते हैं सभी 18 वर्ष के ऊपर है इस बात से साबित होता है की पूरा काम ही फर्जीवाड़ा तरीका से चल रहा है प्रशासन की कोई दबदबा नहीं है। वांही देखे तो सरकार बाल विवाह, बाल मजदूर, को रोकने की प्रयास कर रहा है कई पखवाड़े और योजनाएं चला रहा हैं! और ना बाल मजदूर,बाल श्रम,और ना बाल विवाह रोकने का नाम ले रहा है जबकि स्थानीय प्रतिनिधियों और अधिकारियों के द्वारा ही पनपने में जोर दिया जाता रहा है ऐसा ही इस पंचायत में देखने को मिला! सूत्रों की माने तो पंचायत कई कई दिनों तक नही खुलता आज के लिए बस इतना ही साथियों अगले अंक में हम आपको बताएंगे कि ए पंचायत में कमाने का क्या जरिया अपनाते है ।