Neemuchhulchal ✍️✍️ (रिपोर्टर हुकुम सिंह) उमरिया जिला इन दिनों अवैध उत्खनन के बारे में अव्वल हो गया है जहां पूरे प्रदेश में यह पहला जिला बनता जा रहा है जहां अवैध काम लगातार हो रहे हैं। बात अवैध गांजा बेचना हो या अवैध शराब का हो या हो अवैध रेत का व्यापार सब लगातार चल रहा है लेकिन अब एक नया अवैध व्यापार इसमें जुड़ गया है जो अवैध मिट्टी और मुरम का है। जहां अवैध उत्खनन लगातार चल रहा है वह भी शासकीय कार्य में इसका प्रयोग भी किया जा रहा है। साथ ही शासन से मोटा पैसा भी वसूला जा रहा है। आपको बता दे की रेलवे की तीसरी लाइन में मिटटी भराई का कार्य चल रहा है जहां मिटटी भराई का कार्य शासकीय कार्य माना जा रहा है। लेकिन कंपनी के द्वार ग्रामीणों के खेत से अवैध उत्खनन किया जा रहा है वही ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उसमें प्रशासन की अनुमति नहीं ली गई है अवैध मिट्टी उत्खनन और उसे डालने का काम झांझरिया नामक कंपनी को दिया गया है। वही ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि झांझरिया नामक कंपनी के द्वारा हमें धोखे में रखकर हमारे खेत से अवैध उत्खनन किया जा रहा है और उत्खनन इस तरह किया जा रहा है कि पूरा खेत बंजर हो गया है अब कई सालों तक यहां हम फसल नहीं उगा सकते हैं। वही इस पूरे मामले को लेकर जब नायब तहसीलदार दिलीप सोनी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीणों के अनुमति के बिना उत्खनन किया जा रहा है तो वह अपराध की श्रेणी में तो आता ही है इसके साथ ही उत्खनन करने के लिए कलेक्टर की अनुमति की आवश्यकता होती है। मैं इसकी जॉच करता हूं। साथ ही इस संबंध में जब खनिज अधिकारी फरहत जहान से बात करने का प्रयास किया गया तो वह फोन रिसीव नहीं की।