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*ग्रामीण रूटों पर पिकब, तूफान ऑटो-टेंपो के अंदर भरे यात्री, बाहर भी लटके, हादसे की आशंका।*

???? *बेकिंग न्यूज*???? *_ओवरलोड वाहनों की शिकायत के बाद भी जिम्मेदार नहीं कर रहे कार्रवाई।_* रिपोर्टर हुकुम सिंह उमरिया जिला अंतर्गत ग्रामीण अंचल के ज्यादातर क्षेत्रों में टैक्सी चालक और पिकब संचालक अपनी और तमाम सवारियों की जान जोखिम में डालकर सफर करते हैं। इन ओवर लोड वाहनों पर न तो परिवाहन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की जा रही है और न ही पुलिस प्रशासन इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीण बताते हैं कि इलाके में बसों का संचालन नहीं होने से पिकब और टैक्सियों में ही सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। वहीं टैक्सी और पिकब चालक मनमाना किराया वसूल करते हैं। मुंहमांगा किराया देने के बाद भी लाेग भरी दाेपहरी में वाहनाें में लटकते हुए गांव से शहर का सफर करने काे मजबूर हाे रहे हैं। मरदरी से उमरिया,और खैरा, अगनहुड़ी, ददरी, महरोई,के लिए रोजाना टैक्सी और पिकब , तूफान चालक सवारियों को भेड़-बकरी की तरह ठूंस-ठूंस कर भरते हैं। सवारियाें से गाड़ी पूरी तरह से भर जाती है तब ही रवाना हाेते हैं। यह हालात अंचल के अधिकांश ग्रामीण रूट पर देखे जा सकते हैं। जहां कई क्षेत्रों में परिवहन विभाग द्वारा बसों का संचालन नहीं होने से टैक्सी, टेंपो और पिकब ,तूफान संचालक जर्जर मार्गों पर फर्राटे भरते बिना रोक-टोक नजर आ रहे हैं। अमड़ी, गिंजरी आदि क्षेत्रों के ग्रामीणों ने बताया कि खैरा तक पहुंचने के लिए लॉकडाउन से पहले 10 रुपए प्रति सवारी लगते थे, लेकिन अनलॉक के बाद वाहन संचालकों ने दाेगुना से ज्यादा किराया बढ़ा दिया है, अब 30 से 50 रुपए तक किराया लिया जा रहा है। पिकब और तूफान में सवारी ठसाठस भरने के बाद छत और पायदान पर भी लाेग लटकते हुए सफर कर रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों के लिए जान हथेली पर रखकर सफर करना राेजमर्रा की सामान्य बात हाे गई है, लेकिन बाहर से आने वाले लाेग हैरत में पड़ जाते हैं। आवागमन का अन्य काेई साधन उपलब्ध नहीं हाेने के कारण लाेग जाेखिमभरा सफर करने काे मजबूर हाेते हैं। ऐसे में ऑटो ,पिकब तथा तूफान वाहन चालकाें की माैज हाे रही है। सवारियों को ओवर लोड वाहनों में ले जा रहे हैं। ओवरलोड और अनफिट वाहनों पर नहीं हो रही कार्रवाई। ऐसे जगहों पर जहां ओवर लोड वाहन चलते हैं वहां समय-समय पर फ्लाइंग स्क्वाड कार्रवाई करता है। ऐसे वाहनों का चालान कर उन्हें आगे ओवरलोड वाहन नहीं चलाने की हिदायत भी दी जाती है। अगर वर्तमान में ऐसे कोई वाहन चल रहे हैं तो उन पर चालानी कार्रवाई करेंगे।

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