नीमच जिले से करीब 42 किलोमीटर दूर नीमच सिंगोली रोड पर डीके न नगर पंचायत के समीप 5 किलोमीटर दूर गुड़िया महादेव बड़ा हीप्राकृतिक दार्शनिक स्थल है जहां पर पानी बरसात में वाटर फ्लो एनर्जी चालू हो गए और लोगों की भीड़ लगी रहती है हमने 2016 में भी इसके विकास के लिए कलेक्टर महोदय को लिखा था जनता चाहती है कि यहां पर्यटन स्थल बने या सौर ऊर्जा प्लांट से मात्र 2 किलोमीटर दूर है सौर ऊर्जा भगवानपुर के समीप चिर्मिखेडा होते हुए गुड़िया महादेव पहुंचे जा सकता है और इसके नीचे झरने के नीचे चमलेश्वर बांध बना हुआ हैजहां से डीकेन नागर को पेय जल सप्लाई होती है एवं डीकेन से कंजार्डा पठार क्षेत्र को भी पेयजल सप्लाई होती है यह दार्शनिक क्षेत्र करीबन 500 वर्ष पुराना है चार-पांच पीढ़ी के जनता ई से लोकप्रिय देव भूमि हैं उससे इस क्षेत्र का एक बड़ा ही मनोहारी मनोरम दृश्य बरसात में हां चारों तरफ हरियाली होती है पहाड़ी क्षेत्र है और भक्तों का पूरे साल में आना जाना लगा रहता है और बड़े-बड़े धार्मिक आयोजन होते हैं कलेक्टर महोदय को चाहिए कि इस पर्यटन क्षेत्र को अति शीघ्र2016 से लोगों की मांग चल रही है और हर वर्ष चली आती है इस वर्ष भी मांग की जा रही है कि पर्यटन क्षेत्र को विकसित किया जाए ताकि इस क्षेत्र का एक पिकनिक स्पॉट बने l नगर के कई युवा लोगों ने किसी भी योजना में इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए कलेक्टर होने से मांग करें इतना बड़ा सौर ऊर्जा प्लांट लगने के बाद भी यह पर्यटन क्षेत्र अपने विकास की तरह देख रहा है इससे कलेक्टर महोदय चाहे तो वृक्षारोपण योजना के अंतर्गत एक पत्थर के ऊपर पेड़ लगाकर इस क्षेत्र को हरा भरा बना सकते हैं और इस क्षेत्र को विकसित कर सकते हैं जहां सौर ऊर्जा प्लांट लगा है यहपूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री कौन सा एप्लीकेशन मेहरबानी है कि इस क्षेत्र को उजड़ा चमन बना दिया है 15 वर्षों से यह उजाला चमन बनता जा रहा है इसके पहले घनश्याम पाटीदार भी मंत्री रहे थे जिन्होंने पकड़ा फोर लाइन से लेकर जवत्ता करीबन 1000 नीम के पेड़ पौधे लगाए थे जो आज इस क्षेत्र में हरियाली रोड के दोनों तरफ हरियाली है ओम सकलेचा मात्रा के समर्थकों कोशासकीय भूमि आवंटित करने में प्रभु माफिया को पूरा सहयोग देने में लगे हुए हैं यदि सकलेचा इसके कार्यकाल में हर पंचायत में यदि एक पौधा भी लगा थाहर वर्ष तो 15 साल में एक पंचायत में 15 पौधे बांटे हैं इस प्रकार 280 90 पंचायत है करीबन करीबन 30000 थे 4:30 तो अभी तक इस क्षेत्र में 4:30 लाख बंटे होते दिखाई देते जो जनता के जीवन के लिए एक आध शीला होती क्योंकि ओम सकलेचा को तो खाली मोबाइल कान पर धरके काला शीशा चढ़ा के जावर क्षेत्र की धूल खाने के बजाय माल खाने में दिलचस्पी है इसीलिए इस क्षेत्र कोबहुत सारे लोगों का कहना है कि यह तो दिल्ली से या हम लोगों को मीठी वाणी बोलकर अपने पिता के नाम देकर हम लोगों को बहैलिया की तरह जा ल में फंसा कर हर वर्ष हमारे वोट ले जाता है और हम लोगों को युवाओं या किस गला गोट ता जा रहा है