logo

कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरुण बाहेती के गंभीर आरोप- सांसद सुधीर गुप्ता नीमच जिले के अस्तित्

नीमच। नीमच की एनसीसी बटालियन नीमच का कार्यालय मंदसौर शिफ्ट होने की तैयारी हो चुकी है। 43 वर्ष पुरानी नीमच की 5 एमपी एनसीसी बटालियन का अस्तित्व खत्म किया जा रहा है। इसका पूरा श्रेय क्षेत्र के सांसद सुधीर गुप्ता को जाता है क्योंकि उन्हें मंदसौर-नीमच संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक मंदसौर से प्रेम है, इसके बावजूद हमारे क्षेत्र के निर्वाचित विधायक नीमच से मंदसौर शिफ्ट की जा रही सौगातों और सुविधाओं पर सांसद के सामने अपनी जुबान तक खोलने को तैयार नहीं है। कांग्रेस नेता तरुण बाहेती ने इस मामले में सांसद सुधीर गुप्ता के पत्रों को सार्वजनिक किया है, जिसमें वे नीमच से एनसीसी बटालियन को मंदसौर में शिफ्ट करने पर तैयारी कर रहे हैं। यह गंभीर आरोप कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती लगाया है। उन्होंने प्रेसवार्ता कर मामले का खुलासा करते हुए कहा कि नीमच की 5 एमपी स्वतंत्र कंपनी एनसीसी की नीमच में स्थापना 1980 में हुई थी। नीमच में एनसीसी बटालियन स्थापित करने का मूल उद्देश्य नीमच में सीआरपीएफ कैंपस था, जिसमें बीते 43 वर्ष से एनसीसी के सीनियर और जूनियर कैडेट प्रशिक्षण लेते रहे। सीआरपीएफ परिसर में एनसीसी के कैंप के दौरान एनसीसी कैडेट को सीआरपीएफ की चांदमारी में बंदूक चलाने का प्रशिक्षण आदि सुविधाएं सीआरपीएफ मुहैया कराती है बावजूद सांसद सुधीर गुप्ता ने नीमच से एनसीसी बटालियन को मंदसौर शिफ्ट करवा दिया। अब नीमच में यह सुविधा नहीं मिल पाएगी। नीमच की 43 वर्ष पुरानी एनसीसी की नीमच बटालियन के मंदसौर शिफ्ट होने से सर्वाधिक नुकसान नीमच के युवाओं को हुआ है। एनसीसी में ट्रेनिंग लेने के बाद उन्हें सेना की नौकरी में 10 अंकों का बोनस मिलता था। अब एनसीसी कैडेट को एनसीसी संबंधित कार्यों के लिए मंदसौर जाना पड़ेगा जो सभी छात्रों के लिए संभव नहीं है। स्थिति यह है कि नीमच में एनसीसी के सीनियर और जूनियर 1420 कैडेट हैं, जिसमें महिला कैडेट भी शामिल हैं, जिन्हें अब काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। बाहेती ने कहा कि वे मंदसौर के विकास के विरुद्ध नहीं है लेकिन नीमच का हक छीनना गलत है। प्रेसवार्ता में एनसीसी के छात्र भी उपस्थित थे । सांसद बनते ही शुरू कर दिया था नीमच की सुविधाएं छीनने का काम कांग्रेस नेता और जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने सांसद सुधीर गुप्ता पर बड़ा आरोप लगाया कि उन्होंने वर्ष 2014 में सांसद निर्वाचित होने के बाद नीमच से सुविधाएं और सौगातों को छीनने की पटकथा लिखना शुरू कर दिया था। हालात यह है कि 20 अगस्त 2016 को उन्होंने तत्कालीन केंद्रीय रक्षामंत्री मनोहर पारिकर को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने एनसीसी बटालियन मंदसौर में स्थापित करने की मांग की थी। कारण यह था कि सांसद सुधीर गुप्ता को पता था कि नीमच और रतलाम जिले में एनसीसी की बटालियन है। रतलाम के जनप्रतिनिधि तो किसी भी हाल में रतलाम से एनसीसी बटालियन को मंदसौर नहीं जाने देंगे और नीमच में विरोध जैसी कोई स्थिति नहीं है क्योंकि नीमच के निर्वाचित विधायक सांसद के सामने कुछ बोल नहीं पाते हैं। हालात यह रहे कि नीमच में स्थापित एनसीसी बटालियन को मंदसौर स्थापित करने के लिए सांसद सुधीर गुप्ता ने मंदसौर एनसीसी अधिकारी से भी एक पत्र तत्कालीन रक्षा मंत्री को प्रेषित करा दिया। दोनों पत्र पर तत्कालीन रक्षा मंत्री श्री पर्रिकर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था और अब उस मामले में कार्रवाई होने जारी है। भवन नहीं होने का दिया जा रहा है हवाला 43 वर्ष से नीमच से एनसीसी बटालियन का कार्यालय किराये के भवन में चल रहा था और अधिकारी-कर्मचारी किराये के मकान में रह रहे थे लेकिन सांसद सुधीर गुप्ता के रक्षा मंत्रालय को भेजे गए मांग पत्र एनसीसी बटालियन मंदसौर में स्थापित करने के बाद नीमच एनसीसी बटालियन के कमान अधिकारी ने कलेक्टर को पत्र लिख नीमच में एनसीसी बटालियन के कार्यालय और अधिकारी-कर्मचारियों के लिए आवास आवंटित करने की मांग की, जिस पर कलेक्टर ने नगरपालिका को नीमच-मनासा रोड़ स्थित पुरानी कोठी के पास वाला पुराना विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का भवन, जहां पूर्व में नीमच सिटी थाना संचालित होता था, उसे एनसीसी को कार्यालय के लिए देने के निर्देश दिए थे, सांसद सुधीर गुप्ता के दबाव में सुनोयोजित तरीके से हुई इस कार्रवाई के बाद एनसीसी के अधिकारियों ने नीमच से मंदसौर कार्यालय शिफ्ट करने का पत्र प्रशासन को दे दिया, जबकि मंदसौर में भी उपयुक्त कार्यालय और अधिकारी-कर्मचारियों के लिए आवास उपलब्ध नहीं है, पर सांसद का मंदसौर प्रेम और नीमच से सुविधाएं छीनने की जिद नीमच के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। सांसद के समक्ष गूंगी गुडिया बने जिले के विधायक बाहेती ने आरोप लगाया कि 43 वर्ष पूर्व स्थापित नीमच की बड़ी सौगात एनसीसी बटालियन को मंदसौर शिफ्ट करने की खबर मिलने पर 6 माह पहले चाइल्ड लाइन नीमच, पूर्व सैनिक संगठन ने महानिदेशक एनसीसी हेडक्वाटर दिल्ली, सहायक निदेशक भोपाल, इंदौर, शिक्षा मंत्री मप्र शासन, केबिनेट मंत्री और जावद विधायक, नीमच विधायक, मनासा विधायक व जिला प्रशासन को पत्र लिखकर मांग की थी कि नीमच से एनसीसी बटालियन को मंदसौर शिफ्ट नहीं किया जाए। पत्र में एनएसीसी बटालियन के लिए उपयुक्त सुविधाओं के बारे में बिंदुवार बताया गया था बावजूद इसके जिले के तीनों विधायक सांसद सुधीर गुप्ता के समक्ष गूंगी गुडिया बन चुके हैं। हालात यह है कि सांसद पूर्व में नीमच कई सुविधाएं ले जा चुके हैं, जिसमें प्रमुख रूप से रेल सुविधाओं के अलावा कोटा-बांसवाड़ा हाई-वे जो नीमच होते हुए निकलना था लेकिन उसका रूट डायवर्ड कर मंदसौर में प्रवेश कराया। श्री बाहेती ने कहा कि सांसद में मेडिकल कॉलेज के मामले में भी नीमच की जनता को यह कह कर मना कर दिया था कि आप लेट हो चुके हो। अगर नीमच का मीडिया जगत और जनता जागरूक नहीं होते तो नीमच का मेडिकल कॉलेज का सपना अधूरा रह जाता। श्री बाहेती ने कहा कि सांसद को मंदसौर से इतना प्रेम है, वे नीमच से ओपियम फैक्ट्री, नीमच-बड़ी सादड़ी रेलवे लाइन को भी मंदसौर ले जाने का बेजां प्रयास कर चुके हैं। बाहेती ने कहा कि सांसद सुधीर गुप्ता के नीमच के अस्तित्व को खत्म करने पर अब सांसद के खिलाफ नीमच में बड़ा आंदोलन करने की आवयश्कता है। बाहेती ने कहा कि अगर अब भी समय रहते नहीं चेते तो वह दिन भी दूर नही जब सांसद गुप्ता सीआरपीएफ और नीमच में अन्य सुविधाओं को मंदसौर शिफ्ट करा देंगे। बाहेती ने कहा कि वे मंदसौर में विकास हो इसके खिलाफ नहीं है लेकिन नीमच की अनदेखी करने एवं हक छीनने पर लड़ाई लगातार जारी रखेंगे।

Top