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मनुष्य जीवन मौज के लिए नहीं, भक्ति के लिए मिला है और भक्ति का मार्ग भागवत में है- भागवताचार्य कौशलेंद्र जी महाराज, तिवारी ऐंड बिल्लू परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा के द्वितीय दिवस सेकड़ो की संख्या में भक्त पहुंचे कथा श्रवण करने।

सिंगोली:- श्रीमद भागवत ग्रन्थ महज एक पुस्तक नही बल्कि यह मनुष्य को भगवान से मिलाने का पहुच मार्ग है । भागवत की कथा हमे जीना सिखाती है कलयुग में आपको मोक्ष के मार्ग को दिखाने वाला भागवत के अलावा कोई और नहीं है। संसार आपको पाप में ढकेलता है। आपके कर्मों में विष घोलता है और आप पाप के प्रति आसक्त हो जाते है। आप अपने जीवन में केवल भोग और विलास को ही सुख समझते हो तो पशु भी भोग विलास करते हैं। अर्थात मनुष्य और पशु में कोई अंतर नहीं है। मनुष्य बुद्धि और विवेक का प्रयोग करता है। अच्छा और बुरा को समझाता है। हमें केवल इस जन्म में नहीं अगले जन्म के लिए भी जीवन को संवारना है। क्योंकि जैसा करोगे वैसा मिलेगा। मनुष्य जीवन मोज के लिए नहीं, भक्ति के लिए मिला है। भक्ति का मार्ग भागवत में है। यह उपदेश भागवताचार्य पंडित कौशलेंद्र जी महाराज ने व्यक्त किये वे सिंगोली स्थित गौतमालय परिसर में तिवारी और बिल्लू परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को सम्बोधित कर रहे थे आपने कथा के दौरान विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए कहा कि भागवत भक्तों का नही, दुष्टों का भी उद्धार कर देती है। तीन शब्द जीवन में उतार लो कल्याण हो जाएगा। सुनना, श्रवण, चिंतन और मनन भागवत को सुनो उस पर चिंतन करो। चिंतन से सीखोगे और मनन से करोगे। भागवत कथा आपके जीवन की पाठशाला है। भागवताचार्य श्री कौशलेंद्र जी महाराज ने कपिल अवतार, धुर्व चरित्र सृष्टि की रचना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मनुष्य जीवन आदमी को बार बार नही मिलता है । इसलिए कलयुग में दया धर्म भगवान के स्मरण से ही सारी योनियों को पार करता है । मनुष्य जीवन् का महत्व समझते हुए भगवान की भक्ति में अधिक समय देना चाहिए । कथावाचक ने यह भी बताया कि भगवान विष्णु ने पांचवा अवतार कपिल मुनि के रूप में लिया । उन्होंने बताया की किसी काम को करने के लिये मन मे विश्वास होना चाहिए तो कभी भी जीवन मे असफल नही होंगे । जीवन को सफल बनाने के लिये श्रीमद भागवत कथा श्रवण करने से जन्मों का पाप कट जाता है । महाराज श्री ने ध्रुव चरित्र की कथा के बारे में विस्तार से वर्णन कर बताया कि आधुनिक समय मे प्राणी संस्कारो से दूर भाग रहा है । जीव के बिना शरीर निर्रथक होता है । ऐसे ही संस्कारो के बिना जीवन का कोई मूल्य नही होता । भक्ति में दिखावा नही होना चाहिए । कथा के दौरान महाराज श्री ने मन मोहक भजनों की प्रस्तुतियां देकर पंडाल जयकारों से गूंज उठा । कथा के प्रारंभ में भागवताचार्य ने तिवारी और बिल्लू परिवार के प्रति इस पुनीत कार्य में सहभागिता के लिए आभार व्यक्त किया।कथा के अंत में भगवान शुकदेव की सुंदर झांकी के दर्शन श्रद्धालुओं ने किए। कथा के दूसरे दिन व्यास पीठ का पूजन सिंगोली प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुनील नागौरी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी संजय तिवारी, गुर्जर गौड ब्राह्मण समाज के जिला अध्यक्ष हरीश शर्मा तथा अन्य पत्रकारों ने किया। कथा के समापन के मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लादू लाल पंचोली, नंदकिशोर द्विवेदी, दिनेश पंचोली, कंवरलाल शर्मा, लक्ष्मी नारायण पुरोहित रसुंदा, नानालाल शर्मा ने भागवत जी की आरती की।

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